रंजीत श्रीवास्तव ब्यूरो चीफ हरदोई
हरदोई। हरियावां ब्लॉक की ग्राम पंचायत पिपरी नेवादा में कार्यों के लिए ई-टेंडर की प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। इसके साथ ही बिना कार्य कराए ही धनराशि निकाल ली गई। मामले में आरोपी वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) पर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। टड़ियावां खंड विकास अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
पिपरी नेवादा में राज्य वित्त सहित अन्य मदों से कराए गए कार्यों की जांच में शासकीय धनराशि के गबन की पुष्टि हुई है। इस पर जिला विकास अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने वीडीओ राजीव कुमार के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई बैठा दी है।
जांच में पुष्टि हुई कि वीडीओ ने ई-टेंडर की प्रक्रिया का पालन नहीं किया, जांच अधिकारी को कार्ययोजना, इस्टीमेट, मस्टर रोल और कार्य की मेजरमेंट बुक प्राप्त नहीं कराई गई। कार्य कराए बिना ही शासकीय धनराशि का गबन किया गया है।
राज्य वित्त आयोग की मद के कार्यों में मनमानी की गई है। खाते से बिना काम के ही राशि का भुगतान किया गया है। प्रकरण की जांच और आरोप पत्र गठन की जिम्मेदारी टड़ियावां बीडीओ ऊषा देवी को सौंपी गई है।
निलंबित प्रधान को कोर्ट से नहीं मिली राहत
वित्तीय अनियमितता की पुष्टि पर डीएम एमपी सिंह ने पिपरी नेवादा प्रधान वहीद के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारी सीज कर दिए हैं। इस पर वहीद ने उच्च न्यायालय की शरण ली। डीपीआरओ विनय कुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट ने प्रधान की याचिका पर छह माह के स्थान पर चार माह में ही जांच पूरी करते हुए रिपोर्ट प्राप्त कराने के आदेश दिए हैं। दोबारा से जांच के लिए समिति गठित की जाएगी।