रंजीत श्रीवास्तव ब्यूरो चीफ हरदोई
हरदोई। इसे कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही कहें या फिर सिर्फ काम और धनराशि आवंटन के प्रति जोर, फिलहाल कुछ भी हो इससे न तो काम समय से पूरे हो पा रहे हैं और न लोगों तक सुविधाएं पहुंच पा रहीं हैं। इससे कार्यों की लागत में वृद्धि जरूर हो रही है।
सांसद निधि के कार्यों में पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल की निधि से वर्ष 2019 और हरदोई लोकसभा से सांसद रहे अंशुल वर्मा की सांसद निधि से वर्ष 2017 में स्वीकृत जारी राशि के कार्य अब तक अधूरे हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए लेकर डीएम एमपी सिंह ने संबंधित विभागों से उपभोग की रिपोर्ट तलब की है।
सांसद निधि के स्वीकृत कार्यों पर गौर करें तो पूर्व सांसद अंशुल वर्मा की निधि से निर्भान सिंह हायर सेकेंडरी स्कूल में 10 लाख से कक्ष निर्माण, श्रीलाल महेंद्र शिव शक्ति डिग्री कॉलेज में 15 लाख से कक्ष व बरामदा, 45 लाख 65 हजार से 210 सोलर लाइटें, 36 लाख 98 हजार की 44 सेमी हाईमास्ट लाइटें अभी तक नहीं लग पाईं हैं। ये लाइटें ब्लॉक अहिरोरी, सुरसा, सांडी के गांवों में लगानी थीं।
पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल की निधि से 19 लाख 96 हजार से बावन के नारायण बालिका डिग्री कॉलेज में बरामदा व हॉल, ऐजा के डॉ. भीमराव आंबेडकर स्कूल में पांच लाख 30 हजार से कमरा, अतरौली के जगदेव सिंह महाविद्यालय में 10 लाख से कक्षा कक्ष का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है। गदौरा में 37 लाख 61 हजार, बसंतपुर में 48 लाख 24 हजार, उतरा 29 लाख 88 हजार व पोखरी बाईपास से लालपुरवा तक 87 लाख 98 हजार से स्वीकृत मार्ग भी निर्माणाधीन श्रेणी में हैं।
वर्जन
सांसद निधि के कार्यों को कार्यदायी संस्थाओं को समय से पूरे कराने चाहिए थे। कई कार्य तो विद्यालय के प्रबंधक स्वयं करा रहे हैं। सभी को चेतावनी दी गई है। जनवरी 2023 तक काम पूरा कराते हुए रिपोर्ट मांगी गई है। - मंगला प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी