रंजीत श्रीवास्तव ब्यूरो चीफ हरदोई
हरदोई। सीमा विस्तार के बाद निकाय क्षेत्र में शामिल हुई पंचायतों के कई प्रधान, अब सभासद और चेयरमैन का चुनाव लड़ने को बेताब दिख रहे हैं। परिसीमन के बाद विस्तारित हुए शाहाबाद नगर पालिका व पाली नगर पंचायत क्षेत्र में करीब 15 पंचायतें शामिल हुई हैं। इससे यहां के प्रधानों की कुर्सी कार्यकाल पूरा हुए बिना ही छिन चुकी है।
आरक्षण सूची के बाद साफ हुई निकाय चुनाव की तस्वीर के बाद विस्तार क्षेत्र में शामिल होने वाली ग्राम पंचायतों के कई प्रभावशाली प्रधान इस निकाय चुनाव की जंग में भाग्य आजमाने की तैयारी में जुटे हैं। इसके लिए कई प्रधान प्रमुख राजनीतिक दलों से जुड़े बड़े नेताओं के यहां पैठ बनाकर टिकट पाने की जोड़ तोड़ में भी लगे हैं।
शाहाबाद में सबसे अधिक 13 ग्राम पंचायतें नगर पालिका परिषद में शामिल हुईं हैं, जबकि पाली नगर पंचायत में दो ग्राम सभाओं का विलय हुआ है। इन ग्राम पंचायतों के प्रधान और सदस्य अब चेयरमैन और सभासद बनने की जुगत में लगे हैं।
23 हजार से ज्यादा वोटर बढ़े
जिले में सात नगर पालिका और छह नगर पंचायतें हैं। इन निकायों में चुनाव की प्रक्रिया जोरों पर है। नगर पालिका शाहाबाद में मतदाता बढ़ने के साथ ही पहली बार यह पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुई है। इसे लेकर पिछड़ा वर्ग के लोगों में उत्साह दिख रहा है। इन दोनों निकायों में 23 हजार से अधिक मतदाता बढ़े है। नगर पालिका शाहाबाद में 21,053 और पाली में 2,233 मतदाता बढ़े हैं।
सात हजार मनरेगा श्रमिक हुए बेरोजगार
शाहाबाद। नगर पालिका के सीमा विस्तार में 13 ग्राम पंचायतें जोड़े जाने से जहां इन गांवों को सड़क, पानी, स्ट्रीट लाइट जैसी शहरी सुविधा तो भविष्य में मिलने लगेगी। वहीं दूसरी तरफ गांवों के समायोजन से 7 हजार 652 मनरेगा श्रमिकों पर बेरोजगारी की तलवार लटक चुकी है। सीमा विस्तार से प्रभावित सिकन्दरपुर कल्लू में 479, उधरनपुर 1199, मिश्रीपुर 488, मंगलीपुर 699, नगला गणेश 774, जटपुरा 622, गढ़ी चांद खां 358, नगलालोथू 688, नगला कल्लू 506, दोलतियापुर 696, शाहाबाद देहात 535, मनिकापुर बबियारी 401, लालपुर 207 मजदूर मनरेगा में पंजीकृत है। यह श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं।