रंजीत श्रीवास्तव ब्यूरो चीफ हरदोई
हरदोई। बघौली-प्रतापनगर मार्ग को लेकर अब स्थिति साफ हो गई है। मार्ग पीडब्ल्यूडी के आधीन ही रहेगा। एनएचएआई से मार्ग को पीडब्ल्यूडी ने वापस ही नहीं लिया, बल्कि इसे टू-लेन बनवाए जाने की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी तैयार कर ली है। 7300 लाख से मार्ग का चौड़ीकरण कराते हुए निर्माण कराया जाएगा।
हरदोई-लखनऊ रोड के बघौली चौराहे से सीतापुर मार्ग के प्रतापनगर चौराहे तक करीब 20.400 किलोमीटर मार्ग क्षतिग्रस्त ही नहीं कई स्थानों पर तो गायब ही हो गया है।
गांव के चकरोड की भांति ही मार्ग दिखाई दे रहा है। एनएचएआई को मार्ग हस्तांतरित होने के बाद इस ओर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया और मार्ग जलभराव और अनुरक्षण के अभाव में क्षतिग्रस्त होता चला गया।
अब जनप्रतिनिधियों की सिफारिश और डीएम के प्रयास मार्ग को फिर से पीडब्ल्यूडी को वापस दिलाया गया है। पीडब्ल्यूडी के नोडल अभियंता एसके मिश्रा ने बताया कि मार्ग का सर्वे कराया गया है।
मार्ग के निर्माण के साथ ही चौड़ीकरण को भी डीपीआर में शामिल किया गया है। अभी ये मार्ग 3.60 मीटर चौड़ा है। नवीन निर्माण सात मीटर चौड़ाई में कराया जाएगा।
कानपुर, लखनऊ को आध्यात्मिक केंद्र नैमिष से जोड़ता है यह मार्ग
वैसे तो यह मार्ग सीतापुर और लखनऊ मार्ग को जोड़ने का काम करता है। यही मार्ग बघौली चौराहे से माधौगंज को भी जोड़ता है। लखनऊ, कानपुर, कन्नौज, फर्रुखाबाद और अलीगढ़ आदि से आने वाले श्रद्धालुओं के नैमिषारण्य तक पहुंचने के लिए सुगम मार्ग है।
वर्जन
20.400 किलोमीटर का यह मार्ग एकदम क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पर थाना, कस्बा और गांव हैं। आवागमन में लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीडब्ल्यूडी के माध्यम से सर्वे कराते हुए 7300 लाख की डीपीआर तैयार कराते हुए शासन को भेज दी गई है। प्रयास हैं कि जल्द ही वित्तीय, प्रशासनिक स्वीकृति के साथ बजट आवंटित करा लिया जाए, ताकि काम शुरू कराया जा सके। - मंगला प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी