हरदोईः गोशाला में अनियमितता पर केयर टेकर की सेवा समाप्त

 ब्यूरो चीफ बावन। बजरंग दल व विहिप के पदाधिकारियों की शिकायत पर एडीएम ने गुरुवार को बावन कस्बा स्थित गोशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान गोवंश के शव और अनियमितता मिलने पर ग्राम सचिव व पशु चिकित्सा अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्ट, केयरटेकर की सेवा समाप्त करने के अलावा ग्राम प्रधान व बीडीओ को भी नोटिस जारी किया है।


गोशाला में अनियमितता की शिकायत गुरुवार को बजरंग दल के जिला संयोजक ऋषभ अग्निहोत्री और विहिप के जिला प्रसार प्रमुख नागेंद्र ने जिला प्रशासन से की। इसे संज्ञान में लेते हुए एडीएम वंदना त्रिवेदी, सदर तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी और बीडीओ रचना गुप्ता के साथ गोशाला पहुंचीं। यहां पंजीकृत गोवंश की तुलना में मौके पर काफी कम संख्या मिली। इसके साथ ही अन्य अव्यवस्थाएं भी मिलीं।

इसके साथ ही गोशाला से कुछ दूरी पर करीब तीन गोवंश मृत पड़े मिले। ग्राम प्रधान लखनऊ गए थे। एडीएम ने ग्राम सचिव कौशलेंद्र भारती को फटकार लगाते हुए जेसीबी से गोवंशों के शवों को गड्ढे में दफन कराने के निर्देश दिए।
करीब चार घंटे बाद भी जेसीबी नहीं आने पर ट्रैक्टर व अन्य उपकरण से शवों को दफन कराया गया। इसके साथ ही नाद आदि की सफाई कराकर गोवंशों के चारे की व्यवस्था कराई।
मामले में लापरवाही सामने आने पर ग्राम सचिव कौशलेंद्र भारती, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी सिंह को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि और केयर टेकर को तत्काल सेवा से हटा दिया गया। ग्राम प्रधान के खिलाफ पंचायतीराज एक्ट के तहत नोटिस जारी किया गया। इसके साथ ही बीडीओ रचना गुप्ता को भी नोटिस जारी की है।
बजरंगियों ने किया हंगामा
बजरंग दल के जिला संयोजक ऋषभ अग्निहोत्री, जिला सह मंत्री राहुल, विहिप के जिला प्रचार प्रसार प्रमुख नागेन्द्र सिंह और विहिप के प्रखंड अध्यक्ष कमलेश्वर नाथ सोनी के नेतृत्व में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने गुरुवार सुबह गोशाला पहुंचे।
यहां गोवंशों के लिए चारे पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने व शव मिलने पर जिला प्रशासन को सूचना दी थी। अफसरों के पहुंचने पर जिम्मेदारों पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बजरंगियों ने काफी देर हंगामा किया। एडीएम के कार्रवाई करने पर शांत हुए।
रजिस्टर साथ ले गईं एडीएम
गोशाला के निरीक्षण के दौरान एडीएम आय-व्यय, पंजीकरण रजिस्टर, मवेशियों की देखभाल का रजिस्टर और अन्य दस्तावेज साथ ले गईं। पता चला है कि यहां 216 गोवंशों का पंजीकरण है जबकि मौके पर सिर्फ 123 गोवंश मिले। इससे पता चलता है कि मवेशियों के लिए मिलने वाले धन का बंदर बांट किया जा रहा है।
वर्षों से एक ही जगह जमे हैं पशु चिकित्साधिकारी
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी सिंह विभागीय करीब छह वर्षों से बावन के पशु चिकित्सालय में डटे हैं। बावन की गोशाला पशु चिकित्सालय के पास में ही है। इसके बाद भी उनको बदहाल व्यवस्था दिखाई नहीं पड़ती।
वर्जन
गोशाला के निरीक्षण के दौरान मिली गड़बड़ी से संबंधित रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। उनके निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। - वंदना त्रिवेदी, एडीएम