कोहरे के कहर से जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त, न्यूनतम तापमान घटकर 4.4 डिग्री पर पहुंचा

अमन क्राइम न्यूज़ हरदोई -ब्यूरो चीफ रंजीत श्रीवास्तव

हरदोई 

जिले में कोहरे का कहर जारी है। रविवार को दोपहर तक कोहरा छाया रहा। सर्दी और शीतलहर बढ़ने से अधिकांश लोग अपने घरों में ही दुबके रहे। दोपहर बाद जब धूप निकली तब लोग घरों के बाहर निकले। धूप का आनंद लेते दिखे। पशु-पक्षी के अलावा आम जनमानस को हो रहीं दिक्कतें। वहीं ग्रामीण फसलों को भी नुकसान पहुंचने की बात कर रहे हैं। कोहरे के कहर से जन जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है।

राजकीय इंटर कालेज की वेदरशाला के प्रेक्षक रमेश वर्मा ने बताया कि तापमान में गिरावट लगातार जारी है। रविवार को अधिकतम 18 से घटकर 15 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी गिरकर 4.4 डिग्री पर पहुंच गया है। कोहरा में दृश्यता 50 मीटर से कम हो गई है। उन्होंने बताया कि सोमवार को बादल आने की उम्मीद है।

लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता हरदयाल का कहना है कि उपलब्ध संसाधनों से सड़कों पर संकेतांक लगवाए गए हैं। यदि कहीं सफेद पट्टी नष्ट हो गई है तो लोग जानकारी दें। पट्टी का इंतजाम कराया जाएगा। कोहरे के समय में वाहन चालकों को निर्धारित गति का पालन करना चाहिए।

राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डा. सीपीएन गौतम ने बताया कि सब्जियों की फसल में टमाटर, मिर्च, आलू, मटर में पाला लगने की संभावना है। आलू में पिछेती झुलसा रोग लग रहा है। हरियांवा, पिहानी में झुलसा रोग शुरू हो गया है। फौरी तौर पर झुलसा से बचाव के लिए मेटालेक्लिन 8 फीसदी व मैन्कोजेब 64 फीसदी का प्रयोग करें। इसकी संयुक्त रूप से बनी बनाई दवा आती है। इसकी ढाई ग्राम मात्रा प्रति एक लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें। घोल के साथ स्टीकर अवश्य मिलाएं। उन्होंने बताया कि सरसों, चना, मसूर, गन्ना के लिए सल्फर का छिड़काव करें। 80 फीसदी सल्फर का प्रयोग। सल्पर की दो ग्राम मात्रा एक लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। इससे रोग, कीट व पाला से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा मौसम गेहूं की फसल के लिए अच्छा है।