पाटन(उन्नाव)। संक्रमित पाया गया युवक गांव पहुंचने से पहले ही अपने भतीजे के संपर्क में आ गया। उसके आइसोलेट होने तक भतीजा लगातार साथ रहा। इसके बाद भतीजा ग्रामीणों के अलावा, प्रधान व पंचायत सचिव के अलावा अन्य लोगों के बीच रहा। इससे पूरे गांव में दहशत है।
दिल्ली से लौटे संक्रमित पाए गए युवक ने गांव पहुंचने के लिए अपने भतीजे को बुलाया था। उसके साथ बाइक में बैठकर घर पहुंचा था। इसके बाद उसके आइसोलेट होने तक भतीजा संपर्क में रहा। युवक के आइसोलेट होने के बाद भतीजा घर वालों के अलावा, ग्रामीणों, बाहर से लौटकर आ रहे लोगों की सूची बनाने पहुंचे पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान सहित चार सफाई कर्मियाें के संपर्क में रहा है। अब युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से सभी दहशत में हैं।
घीनाखेड़ा गांव के बाहर संचालित प्राथमिक स्कूल के पास से प्रशासन ने हॉटस्पॉट जोन बनाया है। यहां आवश्यक सेवाओं को छोड़ अन्य अनावश्यक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। लोगों के आवागमन पर भी रोक लगाई गई है। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है।
कोरोना पॉजिटिव मिले घीनाखेड़ा निवासी युवक का संयुक्त परिवार हैं। तीन भाइयों में दो भाई दिल्ली में पल्लेदारी का काम करते हैं। जबकि तीसरा भाई अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे भाइयों के परिवार के सदस्यों की भी देखभाल करता है। परिवारीजनों का कहना है संक्रमित युवक ने नहाया था लेकिन कपड़े नहीं धोए थे। जिन्हें उसकी पत्नी ने बाद में धोए थे। संयुक्त परिवार होने से सभी डरे हुए हैं।
घीनाखेड़ा गांव की सीमा से होकर गुजरने वाले शुक्लाखेड़ा, रसूलपुर, बैजुआमऊ सहित चार रास्तों को बल्ली लगाकर पुलिस ने पूरी तरह सील कर दिया गया है। बिहार थानाध्यक्ष विकास पांडेय ने बताया कि चारो बैरिकेडिंग पर फोर्स तैनात कर दिया गया है। आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है।
दिल्ली से जिस ट्रक से युवक कानपुर सब्जी मंडी आया और वहां से जिस लोडर से बिहार पहुंचा, इसकी तलाश में पुलिस जुट गई है। वहीं, बिहार से गांव तक पहुंचने में कहीं कोई संपर्क में तो नहीं रहा इसकी भी जानकारी पुलिस जुटा रही है। ताकि लोगों की जांच कराई जा सके।
पुरवा सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि जांच के लिए 8 मेडिकल टीमों को लगाया गया है। इसमें 5 पुरवा की और 3 बीघापुर की स्वास्थ्य टीम शामिल हैं। यह टीमें 4175 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करेंगी। इसमें सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित मिलने वाले लोगों को आइसोलेट कर सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। सैनिटाइजेशन का काम शुरू करा दिया गया है।